
सम्भाल प्रभु जी...
सम्भाल प्रभु जी जीवन के हर पल में
अभी तक हम को सम्भाला तूने
आगे भी अगुवाई कर
1.जैसे मुर्गी बच्चों को
पंखों तले छिपाती
वैसे ही तेरी छाया
शरण का है हमारा
2.सनातन के यहोवा
तू ही हमारा गढ़ है
तेरे वचन से हमारे
जीवन में ज्योति आयी
3.वायदा यह तूने किया
छोड़े न कभी मुझे
खींचा है रूप मेरा
हथेली में अपनी
4. हे यीशु तेरा यह प्यार
वर्णन से भी है अपार
हाथों से हाथ मिलाया
आसमानी बाप से हमको