
तुझसे जनमा मेरा मसीह...
तुझसे जनमा, मेरा मसीह यीशु
तुने पोछे मसीहा के आंसु
फज़ल - ए- तुझ पर हुआ यहोवा का
कैसे समझेगा कोई, बिन यीशु
तुझसे जनमा मेरा मसीहा यीशु…
तेरी बाहों में खेलता था वो
जिसने मरियम तुझे बनाया था
तेरे आंगन में वो जवान हुआ
जिसने गाढ़ा लहू बहाया था -2
जान तेरी छिंदे थे जिसके लिए
वो मुनज्जी है देख, अब हर सू…
पुतला में यहोवा पाक था जो
कैसे उसको समझती पाती थी
झिल सी गहरी आंखे मे मरियम
क्या यहोवा को देख पाती थी
इकलौता यहोवा का ठहरा
जो मुअक्तर करें तेरे यीशु